आप सभी को यह बात तो पता ही होंगी की अघोर पंथ हिंदू धर्म का एक संप्रदाय है और इसका पालन करने वालों को ही अघोरी कहते हैं। अघोर पंथ की उत्पत्ति पर आज भी संदेह है लेकिन इनके विचित्र व्यवहार और रहस्यमय जीवन शैली की वजह से यह काफी चर्चित है ये भारत के प्राचीनतम धर्म “शैव” (शिव साधक) से संबधित हैं। तो आइये जानते है अघोरी पंथ और अघोरी साधुओ से जुडी कुछ रोचक जानकारी ।
1) अघोरियों की पहचान यही है कि वे किसी से कुछ मांगते नहीं है ।
2) अघोरी साधू तब ही संसार में दिखाई देते हैं जबकि वे पहले से नियुक्त श्मशान जा रहे हो या वहां से निकल रहे हों। दूसरा वे कुंभ में नजर आते हैं।
3) अघोरी साधुओ को कुछ लोग ओघड़ भी कहते हैं।
4) अघोर का अर्थ है जो घोर नहीं हो, डरावना नहीं हो, जो सरल हो, जिसमें कोई भेदभाव नहीं हो।
5) अघोरी साधना पूर्ण होने के बाद हमेशा- हमेशा के लिए हिमालय में लीन हो जाते है।
6) अघोरियों को इस पृथ्वी पर भगवान शिव का जीवित रूप भी माना जाता है।
7) अघोरी मूलत: तीन तरह की साधनाएं करते हैं। शिव साधना, शव साधना और श्मशान साधना।
8) आपको शायद यकीं न हो लेकिन अघोरियों की साधना में इतना बल होता है कि वो मुर्दे से भी बात कर सकते हैं।
9) अधिकतर अघोरियों की आंखें लाल होती हैं, मानो वो बहुत गुस्सा हो, लेकिन उनका मन उतना ही शांत भी होता है।
10) अघोरी गले में धातु की बनी नरमुंड की माला ही पहनते हैं ।